राजेश नेगी/रूद्रप्रयाग। बीती रात हुई भारी बारिश के बाद बदरीनाथ हाईवे और केदारनाथ राष्ट्रीय राजमाग कई जगहों पर बाधित हो गया है। गोचर के कमेड़ा में तो हाईवे करीब 20 मीटर तक ध्वस्त हो गया है। यहां पूरा हाईवे ही जमिदोज हो गया। जिसको पूरी तरह से ठीक होने में कई दिन भी लग सकते हैं, इसके अलावा छिनका में भी पहाड़ी से मलबा और पत्थर आने से हाईवे बाधित है।
बद्रीनाथ हाईवे बन्द
भारी बारिश व भूस्खलन से अलग अलग जगहों पर बद्रीनाथ हाईवे बन्द होने के कारण करीब 1000 से अधिक तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। स्थानीय लोगों को भी आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी तरफ यमुनोत्री हाईवे पर ओजरी डाबरकोट पर लगातार बोल्डर और मलबा आने के कारण पिछले तीन दिनों से बंद है। यमुनोत्री धाम सहित गीठ पट्टी के कई गांव का सम्पर्क कट गया है। हाईवे बंद होने के कारण करीब 300 यात्री स्यानाचट्टी से लेकर जानकीचट्टी के बीच में फंसे हैं। प्रशासन का कहना सबको सुरक्षित स्थानों पर रुकवाया गया है।
केदारनाथ हाईवे बन्द
रूद्रप्रयाग जनपद में भी भारी बारिश व भूस्खलन के चलते केदारनाथ हाईवे कई स्थानों पर बन्द है, जिसे खोलने के प्रयास किये जा रहे हैं, रूद्रप्रयाग में बद्रीनाथ हाईवे जहां सिरोबगड़ एवं जवाल्पा पैलेस के समीप व केदारनाथ हाईवे भटवाड़ी सैण, चंद्रापुरी के समीप, बांसवाड़ा के पास यातायात हेतु अवरुद्ध चल रहा है। इसमें से बांसवाड़ा के पास फिलहाल मार्ग आवाजाही के लिए खोल दिया गया है लेकिन पहाड़ी से लगातार मलवा आना जारी है। अन्य स्थानों पर मार्ग खुलवाने की कार्यवाही गतिमान है।
कोटेश्वर महादेव की गुफा में घुसा पानी
पवित्र श्रावण मास के दूसरे सोमवार को रुद्रप्रयाग में अलकनन्दा नदी के तट पर स्थित कोटेश्वर महादेव मंदिर सहित गुफा के अंदर भी पानी गया हुआ है। जिस कारण आज गुफा के अंदर पानी नहीं चढ़ाया जा सकता है।
वहां तक पहुंचने वाले मार्ग में नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण पानी होने के कारण सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस, एसडीआरएफ, जल पुलिस मौजूद है। यहाँ तक पहुंच रहे श्रद्धालुओं को पुलिस द्वारा इस सम्बन्ध में निरन्तर जानकारी दी जा रही है। पुलिस द्वारा पहुंच मार्ग पर चैन लगाकर नदी की ओर जाने से प्रतिबन्धित किया गया है।